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इस पुस्तक के विषय हमारी दुनिया में हो रहे दुर्भाग्यपूर्ण कार्यो के लिए रामबाण हो सकते हैं। मानसिक गड़बड़ी की विभिन्न दशाओं, विचलन, निर्भरता, गंभीर मनोवैज्ञानिक बीमारी (जिनमें अलगाव की आवश्यकता होती है) से लेकर पुरानी से पुरानी बीमारियां, जिन्हें असाध्य माना जाता है।
भूत का सवाल हमारे विभिन्न दैनिक परिस्थितियों पर भी लागू होता है, जैसे पारिवारिक सदस्य की मांगों, सीखने में कठिनाइयों, किसी के करीबी लोगों, साथ काम करने वाले सहयोगियों या व्यापारिक सहयोगियों के साथ। यह अक्सर असहायता, अकेलापन, अलगाव, या कठिन वित्तीय, स्वास्थ्य और सामाजिक स्थितियों की तरफ ले जाता है।
विभिन्न रोगों, दुर्भाग्यों, कम या अधिक विफलताओं का नित्य कारण क्या है? कोई उनके साथ कैसे निपट सकता है, भविष्य में ऐसा होने से उन्हें कैसे रोका जा सकता है?
यह पुस्तक इन सबके बारे में ही है
यह मदद के लिए मेरे पास आने वाले लोगों द्वारा पूछे जाने वाले अंतहीन प्रश्नों का भी उत्तर है।वे अक्सर मानते हैं कि उनके साथ हुई चीजें अनूठी हैं,ये केवल उनके साथ ही हुईं हैं। वे सोचते हैं कि वे इतने पीड़ित क्यों हैं। वे सोचते हैं कि उन्होंने कुछ बुरा किया है और अब उन्हें दंडित किया जा रहा है। या शायद यह कुछ अभिशाप या काले जादू का काम है।
वैंडा प्रैटनिका एक विश्व प्रसिद्ध भूत विशेषज्ञ और चिकित्सक हैं। तीस साल से अधिक से वह आत्मा के मनोविज्ञान के क्षेत्र में मदद करने तथा लोगों और भूतों के बीच निर्भरताओं से लोगों को मुक्त करने में लगी हुई है। उन्होंने दुनिया भर के हजारों लोगों की मदद की है।
ISBN 13: 978-83-66388-05-5
EAN: 9788366388055